इन तस्वीरों की कहानी कभी नहीं भूल सकता ये उस हरीष के परिवार के लोगों की है जो एक साल पहले अपने जवान बेटे को खो चुके हैं। आतंक का दानव माँ से अपना बेटा और बहन से भाई छीन चुका है।दर्द है कि बढता ही जाता है कम नहीं होता। नरीमन ने जीते जी मन को मौत दे दी है।
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