Monday 23 November 2009

नरीमन का मौत

इन तस्वीरों की कहानी कभी नहीं भूल सकता ये उस हरीष के परिवार के लोगों की है जो एक साल पहले अपने जवान बेटे को खो चुके हैं। आतंक का दानव माँ से अपना बेटा और बहन से भाई छीन चुका है।दर्द है कि बढता ही जाता है कम नहीं होता। नरीमन ने जीते जी मन को मौत दे दी है।

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